आप कभी पटना विमेंस कॉलेज के आसपास गए हों और अगर आपको एक लड़की चाय का ठेला लगा कर चाय बेचती नजर आए तो हैरान मत होइ…
अपने सौंदर्य को निखारना नारी का स्वभाव है । वह अपने रंग-रूप को निखारने की भरसक कोशिश भी करती है । प्रत्येक नारी म…
बेटी घर की शान है, बेटी घर की मान। मर्यादा में है बँधी, दो कुल की पहचान।। बेटी से होते यहाँ, रौशन घर परिवार । किलकारी …
इक जन्मभूमि इक कर्मभूमि , दोनों को नमन हम करते । इस माटी को लगा के माथे , हम सबके भाग्य संवरते ।। इक धरती भ…
जैसे सीता बसी राम में, मोहन में बसती राधा। वैसे तुम मुझमें बसती हो, प्रिय तुम बिन मैं हूँ आधा।। मैं पतझड़ जैसा नीरस हूँ,…
साल अब बीत गया, सुख-दु:ख साथ गया, नया साल आने को है, स्वागत तो कीजिये । साल भर जो भी किया, पाप-…
(विधा: चौपाई) बहन सुता दारा महतारी । नारी जगत शक्ति अवतारी ।। पर उपकार धरा महँ आई । नारी महिमा बरनि न जाई ।। जह…
(धारा-प्रवाह कविता) मैं भारत की चल रेखा हूँ। मैं इसकी जीवन रेखा हूँ। मैं सेवा-भाव समर्पण हूँ। मैं प्रिय भारत का…
( लघुकथा ) मछली बाजार से मछली खरीद…
निर्धन मानुष सोचता, कब बहुरे दिन यार। किस्मत में क्या है लिखा, करता यही विचार।। जैसे तैसे आमजन, पेट रहे हैं…
बेटी को अधिकार दो, करो न कन्यादान । निज होती है बेटियाँ, इसको अपना मान ।। रूढ़िवाद को तोड़ के, बात कहूं इस बार । जब तु…
एक लकड़हारा घने जंगल के बीच चोरी-चोरी पेड़ काट रहा है.....खटाक......खटाक...... । कुल्हाड़ी के लगातार वार से…
आफत वाली ठंड से, घर में सहमे लोग । दुखिया जन लाचार हैं, आप करे सहयोग ।। फिक्र पेट की है जिसे, कहां मिले परिधान। आफत क…
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