****** संकट में सब भक्त हैं, तुम सोते चुपचाप । अब तो उठकर देखिये, कितना फैला पाप ।। बढ़ते अत्याचार से, देश रहा ह…
(ताटंक छंद) ●●●●●●●●●●●●● वीणा वादिनी माँ शारदे, तेरी महिमा गाता हूँ । माँ तेरे पावन चरणों में, अपना शीश झुकाता हू…
🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵 बड़े सुंदर सजे मंदिर, छटा अनुपम सुहानी है । खड़े हैं सब लिये थाली, कहाँ दुर्गा भवानी है ।। 🏵🏵🏵🏵🏵🏵🏵 …
विधा: दोहे 🏵🏵🏵🏵🏵 मंगलमूर्ति गजानना, सुखकर्ता गणनाथ । जग में उसका नाम हो, तुम हो जिसके साथ ।। शिव-गौरी के लाल जो…
छठ की महिमा का सभी, करते हैं गुणगान । हाथ जोड़कर सब करो, छठ मैय्या का ध्यान ।। घर आए हैं लौट के, जो रहते परदेस । मि…
जब भीड़ पड़ी भक्तों पर , माँ दौड़ी आई है। जग कल्याणी सुखदाई , जगदम्बा माई है ।। मैं अबोध बालक मैय्या , …
मोर पंख सिर सोहते, सुंदर रूप अनूप । बाल सखा सँग खेलते, गिरधर बाल-स्वरूप ।। मुरली की धुन छेड़ के, गैया पास बुलाय । दौड़ी…
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