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बड़े सुंदर सजे मंदिर, छटा अनुपम सुहानी है ।
खड़े हैं सब लिये थाली, कहाँ दुर्गा भवानी है ।।
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बसी हो तुम हमारे दिल, करूँ मैं प्रार्थना तेरी ।
अइय्यो शेर पे चढ़ के, करो मैय्या नहीं देरी ।।
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करो उद्धार तुम सबका, भरो तुम आस जन-जन में ।
जिधर मैं देखता हूँ तुम, बसी हो आज कण-कण में ।।
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सभी विनती करे तेरी, सुनो दुर्गा महारानी ।
करो कल्याण माँ जग का, बड़ी हो तुम दयारानी ।।
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- विनय कुमार बुद्ध
12 टिप्पणियाँ
बहुत ही सुन्दर पंक्तियों सर !
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर पंक्तियों सर !
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर पंक्तियों सर !
जवाब देंहटाएंdhanyavad
हटाएंVery nice Sir.. 🙏 Beautiful spiritual lines..
जवाब देंहटाएंthank you so much
हटाएंBahut bahut achha hai
जवाब देंहटाएंJai Mata di
jay mata di
हटाएंBeautiful lines....Jai Durga Maa🙂🙂
जवाब देंहटाएंjay ho
हटाएंNice sir!!!🏰🙏🙏
जवाब देंहटाएंthank you
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