मंजिल मंजिल पाने के लिए , देना तुम बलिदान। त्याग तपस्या से बनो , जग में सदा महान।। क्षण भर के सुख के लिए …
युद्ध बंद अब कीजिए ●●●●●●●●●●●●● युद्ध बंद अब कीजिए, करिए सोच विचार । आपस में सुलझाइए, सुखी रहे संसार । …
********* राजनीति के खेल में, नहीं भले की मोल। सहमी-सहमी कोयलें, कौवे करे किलोल।। खादी की न लाज रखी, समझ न पाए मोल। सीध…
****** संकट में सब भक्त हैं, तुम सोते चुपचाप । अब तो उठकर देखिये, कितना फैला पाप ।। बढ़ते अत्याचार से, देश रहा ह…
ईर्ष्या मन मत पालिए, बहुत बुरा यह रोग। देख किसी के प्रगति को, जलते है क्यों लोग।। जलना है तो यूं जलो, जैसे जलते दीप । ह…
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