तेरे तीखे-तीखे नैन,
मुझे करते बेचैन,
तेरे लटके-झटके,
काम नहीं आयेंगे ।
तेरी आंखें मदमाती,
मुझको है भटकाती,
इश्क की मधुशाला में,
आज नहीं जायेंगे ।
तेरी पायल जो बाजे,
मधुर राग है साजे,
धुन जितनी प्यारी हो,
गीत नहीं गायेंगे ।
देश बड़ा है तुमसे,
वादा किया वतन से,
तुम जिद न करना,
मिल नहीं पायेंगे ।
- विनय कुमार बुद्ध
2 टिप्पणियाँ
ओह!भैया क्या भाव रखे हैं,बहुत ही हृदयस्पर्शी व देशप्रेम की अनूठी मिशाल।
जवाब देंहटाएंजय हिन्द भाई
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